Yahi Azaadi Hai???

 

क्या हम आज़ाद हैं???
क्या हम सच में आज़ाद हैं???
क्या यही आजादी है ..???
 
जहाँ हर तरफ गरीबी है...
भुखमरी है...महंगाई है.....
तबाही का मंज़र है....
यही आजादी है???
 
नारी सुरक्षित नहीं...सम्मानित नहीं...
शिक्षा हर किसी को नहीं...
रोटी कपडा और  मकान सबके पास नहीं..
यही आजादी है???
 
लड़ने को तैयार है आपस में..
हर गुट में.. हर तबके में फूट है..
भाई भाई का ही नहीं अपना...
यही आजादी है???
 
आज मुंबई तो..
कल हैदराबाद..तो कभी दिल्ली
धमाकों की गूँज है...
हर पल एक डर है...
यही आजादी है???
 
क्या इसी भारत का सपना देखा था..
भगत सिंह ने..
क्या इसी देश की नीव रखी थी..
राजगुरु ने.. चंद्रशेखर ने...
 
नहीं ये आज़ाद भारत नहीं...
जहा एकता सिर्फ नाम की है...
नहीं ये उन वीरों का स्वप्निल आज़ाद भारत नहीं...
 
अब भी वक्त है.. 
सत्य स्वीकारो..जागो..!
भारत को आज़ाद करो उन सभी मुसीबतों से..
जिससे जूझ रहा है देश.. 
आगे बढ़ो बचा लो..
गुहार लगा रहा है देश...
 
फिर मनाना १५ अगस्त ...
आजादी का जश्न...!!!!